घर ना सही तो, घर इगर नाहीती नही घर की इगर पर MAY 21 तो मेरे गांव नगर पWEDNESDAY नगर नहीं तो मेरे मन मन्दिर पर आएंगे जरूर गुरुदव देखना मेरे घर पर आएगे जर जरूर देखना
सुरजसां गुरुदेव दमकते चन्द्र सी सीतल वाणीत सौ मुस्कान गुरु की जगको ता तारण हारी छम छम झरनों की बुद गुनगुनासे मधुबन जुगन से आरती सजारी गुरुदेव जिस घड़ी भी जाऐंगे गुजरकर आएगे जरूर गुरुदेव मेरे घर पर - घर ना सही
2 गृह त्यागी सारी धरती का होता हैौ रखवाला सन्यासी सारे जग को देता हो देवाय उजाला गुरु के कदम जहाजहा पड़ जाए धर्म की बगीचा वही लहराएँ भक्ति सुमन रिव्रत जाए वही पर घर ना संचाएंगे जरूर देखना
मेरे घर पर दूनिया को मेला मन हो अकिला अनु बसों मेरे मन ना दुजा गुरुवर जैसा प्रीत भरे जीवन में गुरुयुव गाएंगे जयजयकारे गुजे घरती गगन पर आएगे जरूर गुरुदेव देखना मेरे घर पर घर ना सही ती