शब्द तेरी सार कोय कोय जाणे कोयजागे जी कोयेरजाणे
जी दीने पै पतंगा पूला लिया अंगा त्या जलने की सार कोये - कोये जागे शब्द तेरी सार
जी फुल ऊपर भवरा कली इस ले रहा. या फुलों की महकार कोये-कोये जाण शब्द तेरी प्रार
जी चांद चलो श वो बोलेगा तरमोश शब्द झनकार लौपैरजाणे शब्द तेरी सार
जी कहत कबीरा मन घरता क्युना श्रीरा यो गुरु का उपकार कार्य-कोये जाणे शब्द तेरी सार