तुम से लागी रे लगनिया संवाई वाले बाबा ।"
ग्राम संघाई आकर तुमने सुन्दर गुम्भा बनाई तन मन से सब रोग हरे इस इज में शक्ति बसाई खाकर हो जाए मंगलियों, संवाई वाले बाबा तुम से नागी
2 बाई रूप में ध्यान में हमने प्रभु नी तुमको देखा शिव स्वरूप कई तेज रूप रूप में देखा ना जान सारी दुनियाँ संवाई वाले तुम से लागी बाबा
3 नाना रूप घर कर प्रभु तुम भक्तों के काम बनाते जब-जब जिसने जहाँ पुन्मारा प्रकट वही हो जाते उड़कर जाते हो गंगनियों संवाई वाले बाबा तुम से लागी -
कौन कहे इस जग में प्रभुजी हमरे आप नहीं प्रेम भक्ति से जो उन्हें है है निहारे मिलते यही कही है लगा कर देखो रे लगनियां सवाई वाले बाधा तुम से लागी
मेरा तो विश्वास यही है, गुरु ही है प्रभु हमारे प्रभु जी ही गुरु रूप धारते ध्यान में देर्क प्यारे तर तो गुरु की भजनियों सवाई तुम सेलागी वाले बाबा
हम तो तुमेरे हो गए, प्रभुजी तुम भी बनो हुमारे सब कुछ छोट-छोड़ कर पभु जी पड़े हैं तेरे द्वारे सताती मुझे को है, ये दुनिया संवाई वाले बाब
तुम सलागा