प्रभुजी मेरा दिल करता
प्रभु जी मेरा दिल करदा, मैं योगी बन जाऊ ।
चन्दन तिलक लगाकर के मैं ध्यान में तुझको ध्याऊँ, जब तुम च्यान में आओगे मैं तुम संग रास रचाऊं प्रभु जी मेरा
कब लोगे अवतार प्रभु बकी बारी मेरे प्रभु प्रभुजी मेरा मैं तुम पर बलि-२ जाऊ मैं तुम से दूर न जाऊँ
मैं हूँ पुत्र पिता तुम मेरे मैं थारा ही जाए जपाऊँ के संग खेल कररू में मन की हसन के प्रभु जी मेरा गुफा बनाऊँ
तेरी कृपा जो हो जाये तो अर्जुन की तरह, मेरे प्रभुजी मेरा फ़्ट योगी बन जाऊ पृणु में तेरे ही दर्शन पाऊँ