जब कोई नही गैरे प्रभुजी ओते है मेरे दुख के समय में वो बड़े काम आते है।
कोई बात करे उनसे, दुख स्तका हो जाए जो प्रेग गैरे उनसे, वो उनका थे बिन बोले दुख को जय हो पहचान जाते है।
वो कितना बड़ा होकर दुखियो से प्यार करे कोई छोटा हो या बड़ा संघको स्वीकार, मेर हम भक्तो करना, ये मान जब
मेरी नैया चलती है, पतकार नहीं टिकती किसी और की मैं मुझ कोबदरकार नहीं मिलती, डरता नहीं चाहे राह सुनसान आते है
जब कोई मेरे दुखः