मेरा कर दो बेड़ा पार संबाई गाले योगेश्वर रामकृष्ण हो भोले तुमही निराकार साकार तू है अनोखा संत मतवाला भरे तेरे भंडार तेरे चमन प्रभु आनन्द बरसे रंग बरसे दरबार पाठ योग का तेरा निराला निर्बल को पतवार शक्ति पात तेरी देन अनोखी एक तत्व आधार लेले नाम तेरा पापी जन होते भव से पार जनम जनम का में अपराधी अन आयातेरे सिध्देश्वर तेरी महिमा निराली दर्शन दो एक मेरा कर दो बेड़ा पार संवाई वाले योगेश्वर