मेरे सद्गुरु हैं भगवान देखो लगा लगा कर ध्यान निराकार साकार कहावत जन हित कारन नरतन भारत करते नित कल्याण देखो लगा 2 कर ध्यान ध्यान धारणा। प्रभु सिखलाते सुखमय मारग सबहि लरखाते मिटाते घोर तिमिर अज्ञान देखो लगार कर ध्यान प्रेम सुधारस पान करावत राभश्याम के दरस करावत सद्गुरु देन महान देखो लगा लगा कर ध्यान शरण प्रभू की जो भी आता शान्ती बदूय निश्चय पाता संगम के स्नान देखो लगा लगा कर ध्यान सद्गुरु पदरज मंगलकारी विषयों को है औषधि भारी सबहि सुखन की खान देखो लगा र कर ध्यान सिध्देश्वर हैं सतगुरु मेरे काटत जनम मुरन के मान्छु सत्य प्रमान देखो लगा २ कर ध्यान