तेरा प्रभुजी करेंगें बेड़ा पार,
उदासी मन काहे को करे।
नैया तू करदे प्रभु के हवाले।
लहर-लहर प्रभु आप सँभाले।
हरि आप ही उठावें तेरा भार॥ --- १
काबू में मझधार उसी के।
हाथों में पतवार उसी के।
बाजी जीत लेवो चाहे हार॥ --- २
सहज किनारा मिल जायेगा।
परम सहारा मिल जायेगा।
डोरी सौंप के तो देख एक बार॥ --- ३
गर निर्दोष तुझे क्या डर है।
पग-पग साथ तेरे ईश्वर है।
जरा भावना से करना पुकार॥ --- ४