वायदा करके आया गर्भ में उसको बंदे भूल गया। --- टेक
तेरा हुआ नरक से छुटकारा ते वहाँ का शब्द विचारा।
नरक कुल्ड से हो गया न्यारा उलटा तोता झूल गया।। --- १
उल्टा होकर तू आया था तुझको पतां ना कुछ पाया था।
इघर उधर को लखाया था तेरी विपत का सूल गया।। --- २
सुट्टी बन्धी रही थी तेरी काया जकड़ रही थी तेरी।
नतेरी थी महल मन्डेरी ववत अपने को शभूल गया।। --- ३
प्रथम माता के तने जांना फिर पिंता अपने को पहचाना।
शुरू किया फ़िर खाना पीना काया में फिर फूल गया।। --- ४
ठुमक ठुमक तू चालान लागा खड़ा खड़ा तू हालन लागा।
तुलक तुलक तू वोलन लागा संसारी रंग में रूल गया।। --- ५
चढ़न लगी संसारी रंगत बंठन लगा तू संगत।
अमीरा नन्द जो गावे रंगत गुरू भवित में झल गया।। --- ६