भजन करो प्रभु का प्यारे अगर चाहे तू छुटकारा। --- टेक
राम नाम का सुमरन करले ध्यान हरि चरणों में घर ले।
शब्द गुरू हृदय में भरले क्यों फिरता मारा मारा।। --- १
गुरू का प्रण रहे जो सच्चा सबको लगा रहे अच्छा।
फिर तो नहीं रहेगा कच्चा मान रहेगा नित तेरा।। --- २
भजन करे से पाप कटे हैं कर्मों के सब दोष मिटे हैं।
प्रभु के चरणों में जाये लेटे हैं हो जायें नरक से छुकारा।। --- ३
गुरू चन्द्रमोहन की सीखी वानी अमी रानन्द की गई नादानी।
शरण पड़ा गुरू की आनी करम खोल दिया हैं सारा।। --- ४