प्रभु राम लाल जी ने आकर अमृतसर में जन्म लिया। --- टेक
उनके जन्म की सुनी कहानी करते थे वह बात लासानी।
मात पिता ने बात पहचानी मन में भारी सोच किया।। --- १
करन लगे थे लीला बाल ही मात पिता ने किया ख्याल ही।
उसकों लिया देखभाल ही भारी उसका मान किया।। --- २
गया मदरसे दिया बिठाये अध्यापक देख गया चकराये।
शिक्षा योग की रहा पढ़ाये सुन कर हृदय कॉप गया।। --- ३
माता पिता नो जाकर हम को आया यहीं पढ़ा कर।
सुनकर के हम गये चकरा कर आगे ना हमने व्यान किया।। --- ४
ऐसा बच्चा है तुम्हारा ज्ञान देख लिया है अति भारा।
बोलेगा योग का नारा कलयुग में अवतार लिया।। --- ५