तर्ज - धीरे-धीरे कोई सुन न ले
क्या होगा प्रभु क्या होगा मेरी जिन्दगी का क्या होगा अज होगा या कल होगा मुझे तेरा दर्शन कब होगा
यम नियम का पालन ना ध्यान धारणा का लक्षण ना योग समाधि कब होगा मेरी जिन्दगी का क्या होगा
गंगा यमुना ध्याया ना प्रयाग जी फूल चढ़ाया ना गंगा सागर कब होगा मेरी जिन्दगी का क्या होगा
ज्ञान योग कभी किया ना ध्यान योग कभी हुआ ना भक्ति योग मेरा कब होगा मेरी जिन्दगी का क्या होगा
प्यासे की प्यास बुझाई ना भरुखे को रोटी खिलाई ना ह छप्पन भोग मेरा कब होगा मेरी जिन्दगी का क्या होया
प्रारव्ध मेरा बदलता ना क्रियमाण सुधरता ना संचित कर्म का क्या होगा मेरी जिन्दगी का क्या होगा
आश्रम के कर्म कमाए ना गुरू के थपेड़े खाए ना 'अघम' जन्म तेरा क्या होगा मेरी जिन्दगी का क्या होगा