मायापति अविनाशी हो सुधि लेना हमारी सिद्ध गुफा के वासी हो सुधि लेना हमारी
पद्मासन पर प्रभु जी सोहैं नैनन की छवि न्यारी हो सुधि लेना हमारी
भाल विशाल भगत मन मोहक शीश जटा छवि धारी हो सुधि लेना हमारी
दिव्य प्रकाश चतुर्दिक सोहै भगतन के दुख हारी सुधि लेना हमारी
चरण कमल अध आतप हारी कलिमल भव भय हारी हो सुधि लेना हमारी
आधे पदमासन पर शोभित गरूवर की छवि न्यारी हो सुधि लेना हमारी
दिव्य ललाट नेत्र च्य ति अतुलित है प्रभु घट घट वासी हो सुधि लेना हमारी
मायापति अविनाशी हो सुधि लेना हमारी सिद्धगुफा के वासी हो सुधि लेना हमारी पद्मासन पर प्रभुजी सोहैं नयनन की छबि न्यारी हो सुधि लेना हमारी
भाल विशाल भगत मन मोहक शीश जटा छबि धारी हो सुधि लेना हमारी
दिव्य प्रकाश चदुर्दिक सोहैं भगतन के दुखहारी हो सुधि लेना हमारी
चरण कमल अघ आतप हारी कलिमल भव भयहारी हो सुधि लेना हमारी
आधे पद्मासन पर शोभित गुरुवर की छबि न्यारी हो सुधि लेना हमारी
दिव्य ललाट नेत्र द्युति अतुलित हे प्रभु घट घट वासी हो सुधि लेना हमारी