मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है। करते हो तुम प्रभु जी, मेरा नाम हो या है
पतवार के बिना हो मेरी नाथ चल भी हैरान है जमाना मंजिल भी मिल रही है। तेरी प्ररेणा से ही सब नाम हो रहा है करते से करते सेतुम
मैं तो नहीं हूँ लादित तेरा पार कैसे पाऊँ छुट्टी दुई वाणी से गुनगान कैसे गाऊ तेरे नाज में गुलाम ये कुर्बान हो रही है। कहते हो-- करते हो
जब पास तुम हो मेरे किस जब चीज की कामी है। किसी और चीज की भी करत हो से गुरुजी खाहत नहीं आनन्द हो रहा है। करते थे-
જપાટ સુખ ના વિવા शुभान आधियों में तुमने हो भुभा में जीब बना सगया। साकर्मीमा पर सरेआम हो रहा है।