सद्गुरु चरण सदा सुखदाई।
जासु कृपा अघ पुंज मिटै सब
भव सन्ताप नसाई।
सद्गुरु चरण सदा सुखदाई।।
ध्रुव प्रह्लाद परम गति पाए
जासु कृपा बल पाई।
सद्गुरु चरण सदा सुखदाई।।
जासु कृपा सबरी मीरादिक
सकेउ अचल पद पाई।
सद्गुरु चरण सदा सुखदाई।।
बिनु गुरु-कृपा ग्रन्थि माया कर
कोउ नहिं सकेउ छुड़ाई।
सद्गुरु चरण सदा सुखदाई।।
बिनु सद्गुरु भव-सिंधु तरन कहँ
लागत कोउ न सहाई।
सद्गुरु चरण सदा सुखदाई।।