सागर से भी गहरा बन्दे मुझको गुरु से प्यार है चन्दा तारों से भी ऊँचा मेरे गुरु का नाम है
मेरे गुरुजी योग योगेश्वर सिद्धों के सरताज हैं मेरे गुरु के हाथ बड़े हैं मुझको लाखों अरमान हैं पं देवी राम का लाडला माँ चरती का लाल है
साक्षात् परब्रह्म गुरु जी वेद पुराण के दाता हैं बड़े दयालु जय कृपालु मोक्ष धाम के विधाताहैं भव भय मुक्त करें गुरु जी गीता का यह सार है
गुरु चरणों का अमृत पी कर अड्सठ तीर्थ हो जाते हैं गुरु तत्व का ध्यान लगा कर पाप सारे धुल जाते हैं श्रद्धा सुनम से नमन करो गुरु अखण्ड मण्डलाकार है
दिव्य ज्योति बखेरें जग में अन्धकार को दूर करें सोई पड़ी है शक्ति जिसकी उसमें शक्ति संचार करें आ जाएं जब लहर शिवा में 'अधम' का बेड़ा पार है
प्रभु राम लाल से प्यार है गुरु चन्द्र मोहन से प्यार है सागर से भी गहरा बन्दे मुझे गुरु से प्यार है