तर्ज - महबूब मेरे सनम तुझे मेरी कसम
गुरुदेव मेरे जीवन में इतनी शक्ती तो दे देना तेरा नाम जपूँ नव तक में रहूँ तेरा नाम जपूँ
गुरुदेव मेरे ... ना ये तन मेरा ना मन है मेरा हैगा ये वसेरा प्रभू ये तेरा
मुझे प्रभु दर्शन दो कृपा इतनी कर दो बिठा के चरणों में सफल जीवन कर दो अब और नहीं अब और नहीं सेवक जायेगा दूर नहीं
काहे को मिटाये तू जीवन अपना मिलेगा फिर ना तुझको बनेगा सपना
यही सब करना है यही सब पाना है मिला के सुर से सुर प्रभू नाम जपना है चहूँ ओर मिले हर ओर दिखे सुन्दर से दर्शन गुरुवर के
दि. 25 मई ।995