तर्ज - मेरा तीर तेरा ती
योगी राज राम लाल सर्वेश्वर नाथ है संग गुरुजी क्रषि सरताज$ योगीराज रामलाल
तेज भी ऐसा सूरज भी शरमाए देख के काया देवता भी हरषाये मस्तिक चंदन गले फूलों का हार है
क्रद्धि सिद्धी सब चँवर ढुलायें सुर नर मुनि सब ध्यान लगायें मुक्ती के दाता हो महिमा महान है
भक्ती अपनी प्रभूजी हमे देना मेरी वाणी सफल कर देना हूँ अज्ञानी कृपा तेरी महान है
है हम सब ही शरण तुम्हारी क्षमियो भूलों को हम है अनाड़ी देरी न लगाओ प्रभु हम सब बेहाल है
मुरार (ग्वालियर) / हक