तर्ज - जिया बेकरार है
प्रह्म प्रभू वरदान है जीवन तत्व महान है प्रति दिन नियम से करता जो भी सकल रोग अचार है
सर्वोस्तान है पहला आसन नव जीवन की खान है स्कन्ध चालन है दूसरा आसन यकृत प्लीहा उपचार है एक मिनट और पन्द्रह मिनट का होता इनका काल है
तीसरा आसन पग चालन है आँत मूत्र ग्रन्थि काल है मन्दाकिनी को खतम है करता चौथा क्रम नाभि चालन है आठ मिनट और पन्द्रह मिनट का होता इनका काल है
जमु प्रसार है पाँचवा आसन गन्दा अन्नपुट काल है वाल मचलन की छटी क्रिया है मन की खुशी का राज है दो मिनट और एक मिनट से मिलते लाभ अनेक है
बाल ध्यान है सातवां आसन जीवन तत्व का प्राण है आठवां आसन नाड़ी संचालन मन्दाकिनीं को लाभ है पाँच मिनट और पंद्रह मिनट ही दे जाते शुभ लाभ हैं
अन्त करो उत्प्रेक्षण क्रिया से एक मिनट का काम है मभू रामलाल चन्द्रमोहनजी दे गए शक्ति महान है ने जन का आधार है निःशुल्क योग उपचार है प्रति दिन नियम से करता जो भी
शुक्रवार, दि. 48 नवम्बर 2 005