जरण में आये है हम तुम्हारी दया करो हे दयालु भगवन
ना हम में बल है ना हम में शक्ति ना हम में साधन ना हम में भक्ति तुम्हारें चरणों के हम भिखारी
बुरे है जो हम तो है तुम्हारे भले है जो हम तो है तुम्हारे तुम्हारे होकर भी हम दुःश्वारी
जब तक न होगी दया की दृष्टि जब तक न होगी कृपा तुम्हारी तुम्हीं न कहाओगे न्याय कारी
सुना है हमनें अंश है तुम्हारें तुम्हीं हो सच्चे प्रभु हमारे यह है तो क्यों तुमने सुध विसारी
प्रदान कर दो महान शक्ती भरो हमरें में ज्ञान भक्ती तभी कहाओगे न्याय कारी
तुम्हीं कहाते दया के सागर तुम्हीं हमारे हो नटवर नागर सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी