चल पड़े है लोग मेरे गाँव और गुरुधाम से हर दिशा और शहर में होगा योग प्रचार अब शाम से
तुझको तो वरदान भी है तेरे गुरुवर नाथ का ना मिलेगा ऐसा अवसर करले प्रभु गुणगान का भूल कर भी अब न हटना चल पड़े जिस राह पर
दी दिशा गुरुवर ने जो रखना उसका मान है अब करो ना देर चल दो यही प्रभू सग्गान है कहना हर जन से जहाँ में पाया जो गुरु धाम में
भगवती माता की शक्ती तुझको कृष्ण वरदान है ब्रह्मा विष्णू की है ज्योती तुझमें प्रभु का वास है सब मिला सब कुछ मिलेगा पूज्य गुरु महाराज से
शनिवार, दि. /9 अक्टूबर /996, रायपुर