तेरा जन्म मनाने में आया, योगी तेरे गाँव अनुपूर भक्तों की मडली में लाया, योगी तेरे गये अलुपुर में।
एक दिल में कसक थी मेरे लंक गाँव के दर्शन तेरेख आज दर्शन करने आया, योगी तेरे गाँव
तेराजन्म
धन भाग आज हम आये तेरी जननी के दर्शन पाए. उसकी धूल को मस्तक लाया, योगी तेरे गाँव
तेरा जन्म
भक्ती की बुलन्दी को पाया था तु तो परम हंस कहलाया था वो ही महिमा गाने में आया योगी तेरे गाँव
तेरा जन्म
योवन में घर कुकराया था तो शरण प्रभू की आया दूं तो बन गया ऋषि निराला, योगी तेरे गाँद
तेरा जन्म
अलुपुर में वे तो भक्त जन आए थे ढोलक - चिमटे लाए थे. हमे अद्भुतं आनन्द आया, योगी तेरे गाँव
तेरा जन्म
निर्वाण दिवस जब आया था तूं तो ब्रह्म में जाकर समाया था हम रह गए बीच - बिचाला योगी तेर गाँव
तेरा जन्म