तर्ज - फिल्मी तुलसीदास से
मुझे अपनी शरण में ले लो राम ले छो राम मुझे अपनी शरण में ले लो राम लोचन मन में जगह न हो तो जुगल शरण में ले छो राम
जीवन देके जाल बिछाया रच के माया नाच रचाया चिन्ता मेरी तभी मिटेगी जब चिन्तन में ले छो राम
तूने लाखों पापी तारे मेरी वारी बाजी हारे मेरे पास न पुण्य की पूंजी पद पूजन में ले लो राम
राम हे राम राम हे राम घर घर भटकूँ दर दर भटकूँ कहाँ कहाँ अपना सर पटकूँ इस जीवन में मिला न तुमसो राम हे राम
मुझे मन में ले लो राम ले लो राम
फिल्म तुलसीदास से संकलित