मिलते नहीं है भगवान गुरु के बिना
गंगा में नहाले चाहे जमुना में नहाले नहाने का यहे हरिद्वार गुरु के बिना नहीं
मन्दिर जाले चाहे मस्जिद जा ले जालूना जाले चारों धाम गुरु बिना
गीता भी पढ़ लें चाहे रामायण पढ़ हो पढ़ लो ता, बंद पुराण गुरु बिना मिलते नहीं है
चाहे तुम तो माला हे जप ले चाहे तुम तो धनी हे रमा ले चाहे तुम ले मिलते नहीं लो सन्यास गुरू बिना