में पट्टी ले जा मेरा संदेश सुनाइयों प्रभुजी बताइये प्रभु जी प्यारो को
जन्म-2 से माला जपली चरणों की रज माथे सजली जुरे रे मैने चारा जोगन का भैष सुनाइयो पशु प्यारे को रे पंदी ले जा
सारी दुनिया लगे पराई एन्न तुम से ही पीत लगाई जी प्यारेको ओ रे यूरो ऑटो पहर क्लेश, बताइयों प्रभु जी सुनाइयो प्रभु जर्जाप्यारे
मोहे कुछ नहीं भावे तेरे बिना सो हे मोहे कोठी सूज सुहावे अरे रे कुरू अरज शरण में पैरा बताइयो गुरुजी व्यारे
सुनाइया
नैनन में कवि बसी है हृदय में तेरी ज्योतु चसी हैर शेष बताईयो प्रभुजी प्यारे अरे रे सब रहा नहीं कुछ शेष, सुनाइयो
डगमग डोल रही मेरी नेसा ।।। सुमुन आज खिवैसा. उपरे रे मेरे मन मोहन अखिलेश बताइयो प्रभुजी व्या
सुनाइयो गुरु जी प्यारे को
पदी ले जा मेरा संदेश, सुनाइयो प्रभुजीच्य