तेरा हो आपसे लाल्याण एक चरणों में ध्यान
गन के चक्यो खोल देख ले ज्ञान गुणों की खान गुरु सीधा सच्या राह दिखाकर करते है कल्याण इन्द्र, छाबेर सभी देवों में ज्योती दिय भेद गुरु महान गुरु भाव का व्याम नही है साक्षात भगवान गुरु हा.. तो करे जन्म पाप गुरू में, सच्चा प्रेम जगले-
"हा- देश हो जायें ब्रहमा विष्णु, महादेव भी होते गुरु समान नही सतगुरू सेवा किये बिना इस जीवन का कल्याणनही गुरुदेव आर्शीवाद विना योग समाधी ध्यान नहीं बिना गुरु उस परम चाम को पा लेना आसान नही 12
हा--तेरे होळे दूर कलेश गुरु के कोमल चरण दवा ले हा तेरा हो जाई कन्याश क करे वो सच्चे गुरू कहाते है। अंधकार को दूर करे शुरुदेव ही। निज भक्तों को सदमार्ग बतलाते है हो जाते है गुरू शरण में आने से सब कृष्ट दूर हो गुरुदेव हा कर भक्ति में पाणी भन्ने भेद भाव को दूर, गुरु चरणों में शाश गुलाने
ग-तेरा हो जाये मोक्ष निमिन योनी नही मिलती सुनले कान लगाकर बात ले भजन् चाहे दिन-रात बिना गुरु के मोक्ष मिलेना कर ले भज़र जल के बीच तपस बीच तपस्या कर ले चुनी चाहे लगा ले ही स्वामी सात गुरु ही पिता गुरु ही मात गुरु ही बन्द, गुरु ही पिता हा -- रामेश्वर सतगुरु गीत प्रेम से एक चित हो गाने हा- वेरा हो जाये --